पीएनबी लखनऊ । राजधानी लखनऊ में फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए नकली नोटों के कारोबार का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. लखनऊ पुलिस ने सोमवार को मड़ियांव थाना क्षेत्र से गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गैंग ने शहीद कपूर की वेब सीरीज ‘फर्जी’ से नकली नोट छापने का आईडिया लिया और फिर यूट्यूब से बनाने का तरीका सीखा. इसके बाद हू-ब-हू असली नोट की तरह नकली की छपाई करने लगे. मार्केट में सप्लाई के लिए गिरोह ने 50 से अधिक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट भी बनाए थे।
डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने बताया कि गिरोह नकली नोटों की सप्लाई इंस्टाग्राम के जरिए दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा,पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में करते थे. आरोपियों से 3 लाख बीस हज़ार के नकली नोट बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपी 20 हज़ार रुपए में एक लाख के नकली नोट देते थे। डीसीपी के मुताबिक गैंग ने यूट्यूब से नकली नोट बनाने का तरीका सीखा था और वेब सीरीज ‘फर्जी’ से सप्लाई नेटवर्क बनाने का तरीका सीखा. इतना ही नहीं नकली नोटों की डेलिवरी कोरियर से भी करते थे। गैंग 500, 200 और 100 रुपए के नकली नोट छापता था. जिसके बाद आरोपी इंस्टाग्राम के जरिए नकली नोट की डीलिंग करते थे। इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने रवि प्रकाश, विकास सिंह, उत्कर्ष, विकास दुबे और विकास भारद्वाज को गिरफ्तार किया है. विकास भारद्वाज तिहाड़ जेल में बंद रह चुका है। उनके पास से तीन लाख बीस हजार रुपए बरामद हुए हैं. इतना ही नहीं आरोपियों के मोबाईल से भी अहम सुराग मिले हैं. गैंग मार्केट में बिकने वाले पेपर और इंक में बदलाव कर नकली नोट छापते थे
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